हमारी अनुचित होशियारी || आचार्य प्रशांत (2014)

2019-11-27 8

वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
२४ अगस्त २०१४,
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा

प्रसंग:
हमारी अनुचित होशियारी क्यों?
मन अपनी ही चालाकियां में क्यों उलझ जाता हैं?
मन इतनी चालाकियां क्यों करता है?
मन की चालाकियों से कैसे बाज़ आएं?

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